कभी एक छोटे से टूटे-फूटे घर में पसीने और भूख के बीच पला एक लड़का...जिसे लोग कहते थे — "इससे कुछ नहीं होगा..."आज वही लड़का दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट सुपरस्टार्स में गिना जाता है —
क्रिस गेल 💪🏾 ऊपर की तस्वीर वो जगह है, जहाँ गेल बचपन में रहते थे — टूटी दीवारें, टीन की छत, और हर रात बारिश के साथ टपकती उम्मीदें।
कभी जूते खरीदने तक के पैसे नहीं थे,
पर आज उसी इंसान का कई मंज़िला विला दुनिया की लग्ज़री का प्रतीक है।
लेकिन असली कहानी पैसों की नहीं,
ज़िद, मेहनत और सपनों की है।
गेल ने गरीबी को मात देकर वो कर दिखाया जो असंभव लगता था —
उन्होंने दुनिया को सिखाया कि अगर जुनून हो, तो हालात भी झुक जाते हैं।
कहते हैं, किस्मत किसी के घर का पता नहीं पूछती,
वो बस उस इंसान की तलाश में होती है जो हार नहीं मानता।
आज जो हँसी आप उनके चेहरे पर देखते हैं,
वो दर्द के उन सालों की जीत है जो उन्होंने चुपचाप झेली थी। ✨
जिस झोपड़ी में कभी बचपन गुज़ारा,
आज उसी इंसान का महल करोड़ों का है
क्रिस गेल ने साबित कर दिया
अगर हिम्मत सच्ची हो, तो शुरुआत कितनी भी छोटी क्यों न हो!”
क्रिस गेल ने कहा — ‘भारत वो देश है जहाँ मेरी बेटी को सच्चा प्यार मिलेगा’
और यही है हमारी पहचान — रंग नहीं, इंसानियत मायने रखती है!


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